हर साल सलूम्बर से किशोरियां अपनी पढ़ाई को निरंतर रखने के लिये तरीके निकलती है | लडकियों की रेगुलर पढ़ाई कई कारणों से छुट जाती है | लडकियों को पढ़ाना जरुरी न समझा जाता | लड़कियों को घर के कामकरने वाली या कमा कर लाने वाली लेबर तरह से अधिक देखा जाता है | घर और गाँव की इस समझ के कारण , सप